संख्या क्रमांक: चौथा प्रश्न पत्र (Fourth question paper):
सामान्य अध्ययन-IV (General Studies-IV):
विषय (Subject): दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान एवं लोक प्रशासन (Philosophy, Psychology and Public Administration)
अवधि(Duration): 3 घंटे
पूर्णांक(Integer): 200
माध्यम (Channel): हिंदी अथवा अंग्रेजी
चातुर्थ प्रश्न-पत्र
दर्शनशास्त्र, मनोवैज्ञानिक एवं लोक प्रशासन:
इकाई 01.
- दार्शनिक/विचारक, समाज सुधारक:- सुकरात, प्लेटो, अरस्तु, महावीर, बुद्ध, आचार्य शंकर, चार्वक, गुरु नानक, कबीर, तुलसीदास, रविंद्र नाथ टैगोर, राजा राममोहन राय, सावित्रीबाई फुले, स्वामी दयानंद सरस्वती, स्वामी विवेकानंद, महर्षि अरविंद एवं डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन।
इकाई 02.
- मनोवृति:- विषय वस्तु, तत्व, प्रकार्य:- मनोवृति का निर्माण, मनोवृति परिवर्तन, प्रबोधक संप्रेषण, पूर्वाग्रह तथा विभेद, भारतीय संदर्भ में रूढ़िवादिता।
- अभिक्षमता एवं लोक सेवा हेतु आधारभूत योग्यताएं, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता एवं असमर्थकबादी, वस्तुनिष्ठता, लोक सेवा के प्रति समर्पण, समानुभूति, सहिष्णुता एवं कमजोर वर्गों के प्रति संवेदना/ करूणा।
- संवेगिक बुद्धि:- अवधारणा, प्रशासन या शासन में इसकी उपयोगिता एवं अनुप्रयोग।
- व्यक्तिगत भिन्नताऐं।
इकाई 03.
मानवीय आवश्यकताएं एवं अभिप्रेरणा:-
- लोक प्रशासन में नैतिक सद्गुण एवं मूल्य:- प्रशासन में नैतिक तत्व-सत्यनिष्ठा, उत्तरदायित्व एवं पारदर्शिता, नैतिक तर्क एवं नैतिक दुविधा तथा नैतिक मार्गदर्शन के रूप में अंतरात्मा, लोक सेवकों हेतु आचरण संहिता, शासन में उच्च मूल्यों का पालन।
इकाई 04.
- भ्रष्टाचार:- भ्रष्टाचार के प्रकार एवं कारण, भ्रष्टाचार का प्रभाव, भ्रष्टाचार को अल्पतम करने के उपाय, समाज, सूचनातंत्र, परिवार एवं व्हिसलब्लोअर (Whistteblower) की भूमिका, भ्रष्टाचार पर राष्ट्रसंघ की घोषणा, भ्रष्टाचार का मापन, ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल, लोकपाल एवं लोकायुक्त।
इकाई 05.
- केस स्टडीज:- पाठ्यक्रम में सम्मिलित विषय-वस्तु पर आधारित।
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